Monday, 13 February 2012


ट्रेन के टॉयलेट में देखा तो आंखें फटी की फटी रह गईं ?

इमांदरी आज भी जिंदा है और ऐसे ही लोग इस समाज को अब तब बचाए हुए हैं इस सफाई कर्मचारी चन्ना वासो को अब आप क्या कहेंगे हिन्दू या मुस्लिम ? जैसे अपराधी की कोइ जात नहीं ऐसे ही ईमानदार की जात भी सिर्फ एक ही है इमानदारी और ईमानदारी का कोइ इनाम इस दुनिया मैं नहीं दिया जा सकता उससे सिर्फ सीख ली जा सकती है ?
मैसूर. कर्नाटक के मैसूर रेलवे स्टेशन पर एक ट्रेन के सफाईकर्मी ने ईमानदारी दिखाते हुए शौचालय में मिले नौलाख कीमत के आभूषण अधिकारियों को सौंप दिए। बाद में इन्हें अपने जेवरात की तलाश में भटक रहे यात्री को सौंप दिया गया। 
रेलवे पुलिस सूत्रों के मुताबिक, कोडगू के शेख मोहम्मद परिवार के साथ कावेरी एक्सप्रेस ट्रेन से चेन्नई से मैसूर रवाना हुए थे। यात्रा के बीच उन्हें जब बैग चोरी होने का पता चला तो उन्होंने फौरन मांड्या स्टेशन की रेलवे पुलिस को सूचना दी। 
उधर, मैसूर पहुंच चुकी एक दूसरी ट्रेन धारवाड़-मैसूर एक्सप्रेस की सफाई में जुटे सफाईकर्मी चन्नावासव को शौचालय में खाने का डिब्बा पड़ा मिला। खोलने पर इसमें सोने के जेवर मिले। उसने इन्हें अधिकारियों को यह कहकर सौंप दिया कि जिसकी यह अमानत है उसे ही मिलनी चाहिए।

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