Thursday, 21 November 2019

इस्लाम दीने-फितरत है, इस मजहब में इंसानी फितरतों को समझने और उसके तद्नुरुप अनुरुप कर्म करने की सुविधा दी गई है। वतन के प्रति वफादारी भी इंसान के स्वाभाविक फितरतों में से है, इसलिये इस्लाम और उसके लाने वाले ने इंसानों के इस प्राकृतिक जज्बे का

अयोध्या फ़ैसला सबूतों की बिना पर हक़ है, अपनी नाकामी पर अब बहस नहीं होनी चाहिए...!

"एस एम फ़रीद भारतीय"

कुल हु वल्लाहु अहद - कहो कि वह एकेश्वर,
अल्लाहु समद - वह अमर है और हर कारण का कर्ता,
लम यलिद व लम यूलद - न वह किसी कोख से जन्मा है और न ही कोई उसकी कोख से जन्मा,
व लम यकुन लहू कुफुअन अहद - और उस जैसा कोई

Friday, 15 November 2019

केरल भी उत्तर प्रदेश बनेगा क्या, क्या वहां न्याय भाजपा के रंग मैं रंगने के बाद मिलेगा..?

"एस एम फ़रीद भारतीय"
सबरीमाला केस ने भारत मैं एक नई बहस छेड़ दी है, क्या केरल भी उत्तर प्रदेश की ही तरहां बनेगा, यहां भी ख़ून ख़राबा मारकाट दंगे भड़काये जायेंगे, जब तक वहां भाजपा

बड़ा सवाल जो सोच सबरीमाला मैं है वो बाबरी मस्जिद मैं क्यों नहीं...?

"एस एम फ़रीद भारतीय"
बीबीसी और अन्य ख़बरी चैनलों के हवाले से जो ख़बर सामने आ रही है वो यही है कि अयोध्या मैं मस्जिद के लिए कहीं भी कोई ज़मीन नहीं देने दी जायेगी, यानि अगर

Wednesday, 13 November 2019

सैफ़ी समाज की एक बड़ी ख़ूबी...?

(बने घर को बार बार गिराकर बारबार बनाते हैं सैफ़ी समाज के ज़्यादातर लोग)

"एस एम फ़रीद भारतीय"
आज एक ख़ुशी की ख़बर सैफ़ी समाज के नौजवान की

अयोध्या फ़ैसले पर एक नज़र ऐसे भी...?अमेरिकियों से महान हैं हमारे पंडित...??

"एस एम फ़रीद भारतीय"
शून्य का अविष्कार आर्यभट्ट ने किया ये भी झूंठ, अमेरिका अपने खोज करता का जन्म स्थान सटीक ना बता सके तब वो भारत से महान क्यूं, हम 8,80,100 वर्ष पूर्व हमारे

Saturday, 9 November 2019

कब रहेगी इंटरनेट सेवा बंद...?

अयोध्या पर आने वाले फैसले को ध्यान में रखते हुए अलीगढ़ जिला प्रशासन ने जिले भर में एक दिन तक मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद रखने का आदेश दिया है, आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट आज यानि 9 नवंबर 2019 को दशकों पुराने अयोध्या विवाद पर फैसला सुनाएगा। समाचार एजेंसी

Friday, 8 November 2019

लेखक, सम्पादक और पत्रकार भी थे शेरे मैसूर टीपू सुल्तान...?

"एस एम फ़रीद भारतीय"
टीपू सुलतान का जन्म 20 नवम्बर 1750 को कर्नाटक के देवनाहल्ली (यूसुफ़ाबाद) (बंगलौर से लगभग 33 (21 मील) किमी उत्तर)मे हुआ था, उनका पूरा नाम सुल्तान फतेह अली खान शाहाब था, उनके पिता का नाम हैदर अली और माता का नाम फ़क़रुन्निसा था, उनके पिता हैदर

Wednesday, 6 November 2019

किरन बेदी जी पद की मर्यादा का ख़्याल करें...?

"एस एम फ़रीद भारतीय"
किरन बेदी जी आज आप संवैधानिक पद पर हैं, दूसरे आप 1988 मैं पुलिस वकील मामले मैं ग़लत साबित हुई थीं और आज एक पार्टी से जुड़े होने के कारण किसी संवैधानिक

Tuesday, 5 November 2019

दिल्ली एनसीआर मैं प्रदुषण सरकार की नाकामी...?

दिल्ली प्रदुषण, ये ख़बर और तस्वीर 2015 की है, सरकार और सांसद विधायकों ने क्या किया बीते चार सालों मैं...?

"एस एम फ़रीद भारतीय"
दिल्ली में बीते कई वर्षों से प्रदूषण के स्तर में लगातार इजाफा हो

Monday, 4 November 2019

चौंकना मत राहुल गांधी की कुछ अनजानी बातें...?

"एस एम फ़रीद भारतीय"
राहुल बिना ऑक्सीजन समुंद्र या कहीं भी पानी मैं 75 मीटर गहरा गोता लगा सकते हैं साथ ही अंडर वाटर स्विमिंग में परफेक्ट हैं, इसके अलावा जूडो कराटे अकिडो में ब्लैक बेल्ट

भूख से मौत, जब सुप्रीम कोर्ट भी सरकार से अनुरोध ही करती है फ़ैसलों पर अमल कैसे हो...?

"एस एम फ़रीद भारतीय"
भूखमरी के कारण होने वाली मौत पर चिंता व्यक्त करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने मई 2011 मैं पीयूसीएल की एक याचिका पर ये फैसला सुनाया, देश के सर्वाधिक पिछड़े हुए 150

Sunday, 3 November 2019

चुनाव क्या है का जवाब...!

"एस एम फ़रीद भारतीय"

चुनाव लोकतंत्र का आधार स्तम्भ हैं, आजादी के बाद से भारत में चुनावों ने एक लंबा रास्ता तय किया है, 1951-52 को हुए आम चुनावों में मतदाताओं की संख्या जहां 17,32,12,343 थी, जो 2014 में बढ़कर 81,45,91,184 हो गई थी, वहीं भारतीय चुनाव आयोग के अनुसार, २०१४ के पिछले

क्या आज भी हम आज़ाद हैं...?

"एस एम फ़रीद भारतीय"
आज़ादी का मतलब क्या होता है, ग़ुलामी और आज़ादी मैं क्या फ़र्क है आज इसी पर चर्चा करते हुए ये लेख आज के ग़ुलामों की नज़र...?

आज़ादी का जश्न हम हर साल ज़ोर शोर से मनाते हैं वो भी ये

Saturday, 2 November 2019

डिप्रेशन का इलाज बहुत आसान है...?

ऐसे बचें डिप्रेशन से
डिप्रेशन सिर्फ बीमारी नहीं है और न ही दिमागी फितूर। यह एक ऐसी मानसिक हालत है, जिसमें पॉजिटिव सोचने और बेहतर रिजल्ट तक पहुंचने की इंसान की कपैसिटी कम

सेबी चेयरमैन माधवी बुच का काला कारनामा सबके सामने...

आम हिंदुस्तानी जो वाणिज्य और आर्थिक घोटालों की भाषा नहीं समझता उसके मन में सवाल उठता है कि सेबी चेयरमैन माधवी बुच ने क्या अपराध ...